Monday, 30 December 2019

एंजेला क्रिस्लन्ज़की को पसंद है देसी बॉलीवुड ट्विस्ट!





सुंदर, जिंदादिल और  हिंदी फिल्म 1921 की प्रसिद्धि से लाखों दिलों में अपनी जगह बनाने वली अभिनेत्री   एंजेला क्रिस्लन्ज़की  इन दिनों सातवें आसमान पर है। मंत्रमुग्ध कर देने वाली भुरे आंखो वाली ये सुंदर अदाकारा अब उदित नारायण-नीती मोहन के आने वाले म्युजिक वीडियो का चेहरा है। और अभी भुवनेश्वर में गाने के लिए शूटिंग कर रही हैं एंजेला का यह डाँसिन्ग नम्बर 90 के दशक के किंग ऑफ रोमांस उदित नारायण ने गाया है और यह गीत एक शादी सीक्वेंस  है। "मुझे गीत और गीत के बोल से प्यार है," वह कहती हैं।बॉलीवुड के गाने मेरे दिल में एक विशेष स्थान रखते हैं। मैं बहुत उत्साहित हूँ।"



सिर्फ इतना ही नहीं है, आधी भारतीय और आधी पोलिश नागरित्व की रहने वाली एंजेला का गाने मे भारतीय पहनावा है और यह उनके लिए बहुत रोमांचक है। "मैं अपनी भारतीय जड़ों से प्यार करती हूं और इसीलिए मैं भारत में यानी अपने घर पर हूं," वह कहती हैं।
इस सुंदर अभिनेत्री को और शक्ति मिले

Friday, 27 December 2019

Veteran playback singer Sudesh Bhosale felicitated at 'Mohammed Rafi Awards 2019'


Veteran playback singer Sudesh Bhosale was felicitated with the prestigious 'Mohammed Rafi Awards' at the 'Mohammed Rafi Awards 2019', a Spandan Arts and Adv. MLA Ashish Shelar presentation for his outstanding contribution to Hindi Film Music. This award was felicitated by the retired IPS officer and Hon’ble advisor to the Governer of Jammu & Kashmir, Farooq Khan, on the occasion of legendary Mohammed Rafi’s 95th birth anniversary.





सुपरस्टार सलमान खान को जन्मदिन पर 'कैसे मिलू मैं..... ?' - एक सब्जी विक्रेता की सुरीली भेट

हम सभी ने बॉलीवुड में कई प्रेरणादायक किस्से सुने हैं लेकिन एक अनोखी किस्म की कहानी जो अब तक अनकही ही है। सूरत की सड़कों पर सब्जियां बेचने से लेकर गायक बनने तक उनकी यात्रा एक प्रेरणा का स्रोत है। उनका नाम है अरुण कुमार निकम, जो सलमान खान के उत्साही प्रशंसक हैं। बॉलीवूड के सुपरस्टार सलमान की अदाकारी ही हैं जो उनके सपने को आगे बढ़ाने में सबसे बडा जरिया बनी। अरुण कुमार अपने दूसरे म्यूजिकल वेंचर 'कैसे मिलू मैं' नामक शीर्षक एक गाना लॉन्च किया हैं, जो अपने पसंदीदा स्टार के जन्मदिन की पूर्व संध्या पर यह उनकी तरफ से समर्पित सुरीली भेट है।वैसे बॉलीवूड के सुपरस्टार सलमान खान के कई  प्रशंसक है, लेकिन केवल एक सच्चा प्रशंसक ही अपने आयडॉल से वास्तव में इस तरह प्रेरित होता है, क्या यह सराहनीय नहीं है?

अरुण कुमार निकम का जलगाँव में  एक मध्यम वर्गीय महाराष्ट्रीयन परिवार में जन्म हुआ। एक गायक-लेखक होने के लिए उन्हे काफी संघर्ष करना पडा। यह उस घटना की याद दिलाते हैं, जब सलमान खान पर आरोप लगाया गया था और लोगों ने दावा किया था कि वह एक अपराधी है , "तब मैं  12 वीं की परीक्षा मे फैल हो गया था क्योंकि मैं पढाई में  बिल्कुल भी ध्यान केंद्रित नहीं कर सका। लोग भाईजान के बारे में गलत गलत बातें कह रहे थे। ” अरुण निकम के परिवार के सदस्य उनसे कतई खुश नहीं थे जो वो कर रहे थे , क्योंकि उन्होंने उनकी  शिक्षा पर जो भी पैसा बचाया था, वह सब व्यर्थ हो रहा था। जब सब चीजें उनके लिए काम करना बंद हुई  तो वह  सूरत में सेटल होने और नए सिरे से काम शुरू करने के लिए मजबूर हो गये। “जब मैं पहली बार सूरत गया ,तब  मुझे कुछ  समझ नही आ रहा था की मुझे क्या करना चाहिए ? फिर किसी तरह मैंने सब्जियां बेचना शुरू कर दिया। "  २००१ से यह संघर्ष भरी कहानी शुरू हुई तब में महज १५ साल का था । यह भावनात्मक बात अरुण निकम ने साझा की ।  उन्होंने सलमान के पिता सलीम खान के साथ एक भेट को याद करते हुए कहा, "मैं सलीम सर से मिला और उनको  अपनी इच्छाएं भी बताई कि मैं एक कहानी लिख रहा हूँ  जिसमें भाई का मुख्य किरदार होगा।" जीससे भी उस दौरान अरुण कुमार मिले उन्होने कहा "आप लेखक बनने के लिये अभी बहुत छोटे हो। मैं भारत के नामचीन प्रोडक्शन हाउस में भी गया , लेकिन उन्होंने कहा यह मेरे लिए बहुत जल्दी होगा।" १५ साल के होने  नाते तब कुछ सहायक नहीं हुआ  ऐसा उनका मानना है।  हालांकि सलमान से मिलने के अपने सपने को नहीं छोड़ते हुए, उन्होंने सप्ताह के दिनों में सूरत में सब्जियां बेचते और हर सप्ताह के अंत में सारी कमाई अपनी किस्मत आजमाई खर्च करते रहे ।

१४ साल तक संघर्ष करते हुए  कभी यह नहीं जानते थे कि वह सलमान से मिलेंगे या नहीं, पर अरुण कुमार निकम का मानना था कि उनकी किस्मत चमक रही थी। उसी दौरान उन्हे  संगीत निर्देशक निखिल कामथ के साथ  काम करने का एक मौका मिला और  अरुण निकम का पहला संगीत प्रोजेक्ट शुरू हुआ। इस पहले प्रोजेक्ट का शीर्षक था 'वाह तेरी बेवफाई'। “इससे मुझे वह आत्मविश्वास हासिल हुआ जो मैं हमेशा से करना चाहता था जो है सलमान सर के लिए एक कहानी। फिर प्रेम रतन धन पायो ’के सेट पर, मेरा सपना पूरा हुआ। मैं अंत में अपनी आइडोल से मिला।"  उन्होंने यह भी कहा कि उन कठिन समय के दौरान जब उन्होंने सलमान से मिलने की कोशिश की तो उनके पास  पैसे समाप्त हो गए और ऐसी स्थिति हो गई कि वह अक्सर सड़क पर भिखारियों के साथ भोजन करते थे  उस दौरान के कुछ पलो को याद करते हुए उन्होंने कहा, “मैंने खुद से पूछा था कि मैं कैसे निकलूंगा। तब भीतर से एक आवाज उठी, 'कैसे मिलू  मैं ? ’कुछ इस तरह इस गाने का जन्म हुआ ।"
सिर्फ इसलिए नहीं कि वह भाई के बहुत बड़े प्रशंसक हैं बल्कि इसलिए अरुण कुमार निकम सलमान से दोबारा मिलना चाहते हैं।  क्योंकि वह एक अच्छे लेखक है और उनके लिए एक विशेष कहानी भी लिखी है। “मुझे सलमान भाई की सिर्फ एक दिन के समय की आवश्यकता है  यह मेरे पास आखिरी विकल्प है। अगर इसके बाद कुछ नहीं हुआ , तो जाहिर है मुझे फिर से सब्जियां बेचने के लिए वापस जाना होगा। मेरे परिवार ने बहुत समय पहले ही मुझे छोड़ दिया था, हालांकि उस एक एल्बम के लॉन्च के बाद से, हम फिर से बात करने लगे  क्योंकि वे जानते हैं कि मैं अब में स्थिर हूं, ”यह जानते हुए कि वह अपने जीवन में कुछ कर रहा हूँ। कठोर परिश्रम ने मेरे लिए यह संभव कर दिया है।", जुनूनी प्रशंसक अरुण कुमार निकम ने कहा।

मुंबई की आलीशान सहारा स्टार के सिनेथेक्यु में आयोजित कार्यक्रम में मुकेश ऋषि, सुदेश भोसले, पवन शंकर, संतोष शुक्ला, अभिनव गौतम और अर्शी खान के साथ अरुण कुमार निकम के अन्य टीम मेंबर जिन्होंने हर घडी उनका साथ दिया जिनमे अभिनेता विनोद सोनी, निर्माता दीपिका सोनी, ख्याति भट्ट, जय तिलेकर और जेठमल सोनी, वीडियो निर्देशक सागर सहाय, संगीत निर्देशक गौरव कुमार, दोस्त और समर्थक अशोक हदिया, मनोज राठौड़ और अजय सोनी, सुनील मेवावाला, मोहन दास, लेखक-निर्देशक अनुशा श्रीनिवासन अय्यर, सुरेश मिश्रा और अन्य भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। अनूप जलोटा द्वारा ‘कैसे मिलू मैं ..?’ प्रस्तुत किया गया।

Tuesday, 24 December 2019

Mumbai Meets A Maharishikaa



Several Mumbaikars participated in a self-awareness and awakening happening that was held in the city on December 22, titled Presence Day, the full-day session started at 10 am and went on till the evening. 

The event largely included several activities for self-knowing and self-mastery, besides a question and answer session, wherein the participants sought responses for their questions from spiritual guru Maharishikaa Preeti. Addressing the attendees she said, “It’s incumbent on each one of you to invest time, energy and resources in knowing yourself. Its the crucial missing piece in education in the sub-continent”

City-based financial consultant Kavita Bhambani says that the session was like a reminder that the answers don’t lie outside, they lie within us. “As a society, we want to spend money on movies, dates, and going out on a holiday. But I think it’s important to give ourselves an experience like this. Spiritual teacher Maharishikaa Preeti really helped me.” 

Another attendee Harish Kalra said the session was an eye-opener for him. “It felt like I was sleeping for the last 40 years,” he says. 

Priyanka Nalavade, who is into revenue management, says, “I loved Maharishikaa Preeti’s symbol, the Mirror talisman. With its six concentric circles, each representing a realm of consciousness, and the mirror in the centre representing self-reflection, the micro cosmos and the macro cosmos. It had a strong impact on me.”

Saturday, 21 December 2019

पाकिस्तानी आउट, हिंदुस्तानी अंदर !


जब देशभक्ति की बात होती है तो भारतीय भारतीय होते हैं। भले ही सीमा पार की प्रतिभा सबसे अच्छी हो, हिंदुस्तानी भावना हमेशा राज करती है। इंडियन आइडल 11 की युवा प्रतिभा सनी हिंदुस्तानी के साथ ऐसा ही कुछ हुआ हैं, संगीतकार शमीर टंडन द्वारा रचित 'द बॉडी' फिल्म का गाना 'मैं जानता हूँ' गाने वाले थे लेजेंडरी गायक राहत फ़तेह अली खान पर पर विशाल दादलानी ने सनी हिन्दुस्तानी के नाम का सुझाव दिया और शामीर ने सनी कि आवाज में गाना रिकॉर्ड किया.

इतना ही नही! खबरो के अनुसार  डरे हुए होने के बावजुद सनी हिंदुस्तानी स्टूडियो में रिकॉर्डिंग एक ही टेक में गाना गाकर शमीर टंडन को प्रभावित करने में किया। इतना ही नही अभिनेता इमरान हाशमी ने भी इस धुन को काफ़ी पसंद किया। “मुझे वो संगीत पसंद है जो आत्मा को छूता जाता है। जब सनी खन्ना ने मुझे शमीर (टंडन) द्वारा रचित इस गीत को सुनाया और सनी हिंदुस्तानी द्वारा गाया गया, तो मैंने इसकी बारीकियों, नाजुक धुन और इसके सार्थक बोलो से प्यार सा हो गया। "


Wednesday, 18 December 2019

Rabiaz Walk For Social Cause Fashion Show won everyone's heart

Aiming to provide women with a platform and enabling them to make a difference, Rabiaz Walk For Social Cause Fashion Show is back with body positivity and more. The Rabiaz Walk For Social Cause Fashion Show was held at JW Marriott , Juhu, and is the brainchild of Rabia Patel, the woman behind this unique fashion show.


“Believe in yourself. You are braver than you think, more talented than you know, and capable of much more than you imagine,” says Rabia Patel.

Tuesday, 17 December 2019

Bollywood Enamoured By Ana Singh’s The Christian Vintage Art Collection

Two-time National Award-winning Ana Singh brings to India, The Christian Vintage Art Collection, with Ubaidh Shah, curated by Sussanne Khan, presented by The Charcoal Project.

Bollywood seems to enamoured by the two-time National award winning designer’s collection. And why not? Ana Singh has to her credit, 1101 films, and has worked with over 250 stars. She is also loved and revered by most. In fact friend Sussanne Khan was so taken by Ana Singh’s works that she immediately offered to curate the collection and The Charcoal Project has presented it.



Taking to Instagram, Raveena Tandon says, “The fabulous new collaboration between Ana Singh and Sussanne Khan has me lovestruck.” Confides Disha Patani, “All the best to the most amazing Ana Singh for this beautiful collection. Can’t wait for the launch,” adds Ayesha Shroff, “It is so beautiful, unique and spectacular that it is like entering Alladin’s cave.”


Ananya Pandey expresses in awe, “How beautiful is your vintage Christian collection!” who adorns herself with the stunning cuffs. Bhavna Pandey adds, “I know how hard you have worked and I can’t wait to see all the gorgeous pieces.

Kiara Advani avers, “Absolutely love these earrings. Check out the art & design collective on vintage Christian art,” and Zareen Khan and Farah Khan Ali express their love for it! Farah Khan Ali adds, “Ana has done some great furniture, fashion, jewellery as well as clothing. Can’t wait to see.”


Yours to visit the Charcoal Project, Andheri, Mumbai from Dec 15 onwards (10am-7pm), and be blessed by the divine Christian Art Collection by Ana Singh. Need we say more?

Monday, 16 December 2019

Ana Singh pays tribute to Christ with her Christian Vintage Collection

The stars of Tinseltown and the who's who of Mumbai descended in tribute today to grace two-time National Award-winning Ana Singh’s ‘The Christian Vintage Art Collection’, with Ubaidh Shah, curated by Sussanne Khan, presented by The Charcoal Project. Among the attendees were Kajol, Ajay Devgn, Esha Deol, Neelam Kothari, Ayesha Shroff, Jackie Shroff, Krishna Shroff, Eban Hyams, Pradeep Guha, Malaika Parekh Khan, Laila Khan, Zareen Khan, Madhoo, Kabir Bedi, Ajay Harinath Singh, Sooraj Pancholi, Sonali Bendre, Aaishwary Thackeray and Mihika Naik, Gurdeep Kohli, Kim Sharma, Aarti and Kailash Surendranath, Yash Daga, Kshiraja Surendranath, Chunky Pandey, Bhavna Pandey and Dr. Larra Shah.

 She is one of the most revered creative talents of tinsel town with a repertoire of over 1101 films as costume designer. Two-time National Award-winner and Guinness Book record holder for maximum films, Ana Singh is also known for her 1,70,000 outfits designed depicting the states of India for the Common Wealth Games opening and closing ceremony among others. That’s not all! She also did a wardrobe for Michael Jackson during his Mumbai show.
 But few know that the designer has a special bonding with Jesus Christ since her birth on December 25, Christmas. Hence, as an extension of Ana Singh's artistic persona and her tribute to Christ, the designer brings to India, the Christian Vintage Art collection by Ana Singh Art & Design Collective and Ubaidh Shah, curated by Sussanne Khan, presented by The Charcoal Project.
 Says Ana, “I was born on Christmas, have a Catholic name and am brought up in Bandra. Christian art has always been a part of me. My mother’s dad was a colonel doctor in the British army so mom had lived in British India for a very long time. The influence always rubs off,” avers Ana Singh, adding that her mother could hear nothing but carols when she was born, the day being Christmas, “As I started my creative journey and went to the J.J. School of Arts. Christian art is something I always identified with. As I have travelled through the world, I looked at all the churches and all the other beautiful things and I just love the art and the whole projection of it.”

 The Christian Vintage Art Collection objects d’art are one-of-a-kind, offering a wide range of interpretations of bejewelled Christian art in expressive Byzantine/Venetian/Italian influenced vintage art pieces. Ranging from designer jackets to show pieces, to huge black, white and colourful hand-painted beds, to interior design pieces, Ana Singh’s works are also priced in such a way that there's something for everybody to buy actually.
 “The jewellery begins at Rs 6000 while the artefacts sourced from various parts of the world and crafted into objects d’art with a heritage value transcending generation, are priced from Rs 40,000-Rs 1,50,000. It is simply a project from my heart, an extension of myself,” avers Ana.
 Collaborating with Ana is young Ubaidh Shah who has enabled Ana to source artefacts from around the world. “Ubaid Shah has a very good eye for finding beautiful things. He has sourced some art and artefacts and vintage textiles that I took inspiration from and created an eclectic line of jewellery, furniture and jackets. He is a great asset in making the collection complete.”
 Adds Ubaidh Shah, “Ana Singh is more than an inspiration. She is an institution and there is so much to learn. The way she gave the finish to the old artefacts with her magical fingers in the most breathtaking modern way is something only she can do.”
 Adds Sussanne Khan whose The Charcoal Project presents the collection, “I am so happy to introduce the Christian Vintage collection by my multifaceted, amazingly talented sister from another mother,” she enthuses.
 The duo plan to keep the collection going adding newer works of art. Yours to visit the Charcoal Project, Andheri, Mumbai from Dec 15 onwards (10am-7pm), and be blessed by the divine Christian Art Collection by Ana Singh.

Friday, 13 December 2019

The Charcoal Project invites you to The Christian Vintage Collection by Ana Singh Art & Design Collective and Ubaidh Shah, curated by Sussanne Khan. Check out two-time National Award winner Ana Singh's Christian Art Collection that has never been done in India before. The artefacts are one-of-a-kind and they range from designer jackets to show pieces to huge designer beds to interior design pieces… all being luxurious vintage objects-de-art, an extension of Ana's persona. The motifs, the figurines, the busts, jewellery, Ana Singh brings to connoisseurs, a wide range of interpretations of bejewelled Christian art in expressive Byzantine/Venetian/ Italian influenced vintage art pieces. Do take a dekko!

For the uninitiated, Ana Singh was born on Christmas and Christ has always had a huge influence on her. In 2008, her collection of Christian Art shirt, Jackets and t-shirts - a 10,000 piece show was a total sell-out. She is currently working on her 1101th film as costume designer and holds the Guinness Book record for 990 films. She is known for her 170000 outfits designed depicting the states of India for the Common Wealth Games opening and closing ceremony among others.

DATE: 15th December onwards into the next year.
TIME: 10 am to 7 pm.
VENUE: The Charcoal Project, Azad Nagar 2, Mhada Colony, Andheri West, Mumbai, Maharashtra 400047.

नामचीन कलाकारों की मौजूदगी में राकेश सावंत की फिल्म 'मुददा ३७० जे एंड के' का प्रीमियर


मुददा ३७० जे एंड के इस फिल्म का प्रीमियर अँधेरी के पीवीआर में आयोजित किया गया, इस दौरान फिल्म के निर्माता अतुल कृष्णा और  भंवरसिंग पुंडीर, निर्देशक  राकेश सावंत, राखी सावंत, हितेन तेजवानी, गौरी प्रधान, अंजली पांडे, तन्वी टंडन, निसार अख्तर, सैयद अहमद, साहील मल्तीखान, दीपक शर्मा, राज झुत्शी, सौरभ दुबे, सुजाता मेहता समेत अन्य कास्ट और क्रू भी उपथित थे।

पृथ्वी पर एक स्वर्ग, कश्मीर के सुरम्य स्थानों में स्थित मुददा ३७० जे एंड के उन खूबसूरत स्थानों की कहानी बतलाता है जो १९४७ के युद्ध बाद से लहू लुहान हो गया। कई बार जम्मू और कश्मीर में विद्रोहियों को बर्फ को लाल करते देखा है, तो कई बार नौजवानों ने आतंकवादी बनकर उसकी खूबसूरत फ़िज़ाओं में बारूद बिखेरा।

यह कहानी विस्थापित कश्मीरी पंडितों की है, उनके दर्द और पीड़ा की है जो अपनी ही मातृभूमि में शरणार्थी बन गए थे। कश्मीर दशकों से ३७० और ३५ (अ) जैसे  धाराओं  के घावों से घिर गया है। फिर भी कश्मीर की भावना निरंकुश है, और यह कहानी एकदम सही जगह साबित हुयी,  एक कश्मीरी पंडित दीनानाथ के बेटे सूरज और एक मुस्लिम लड़की अस्मा के बीच की एक प्रेम कहानी के लिए।

यह कहानी १९८९ की है, जहां सूरज और अस्मा का प्यार कश्मीरी सीमा उग्रवाद की सीमा पार कर जाता है। क्या सूरज और अस्मा का प्यार रक्तपात को पछाड़ पाएगा ?  जम्मू-कश्मीर घाटी, राजनीतिक पृष्ठभूमि में  कश्मीर की भावना, आशा और प्रेम की इसी कहानी को बतलाता है राकेश सावंत की फिल्म  मुददा ३७०,जे एंड के ।

इस फिल्म में हितेन तेजवानी, मनोज जोशी, राज झुशी, जरीना वहाब, पंकज धीर, अनीता राज, मोहन कपूर, सुजाता मेहता, अंजन श्रीवास्तव, भंवर सिंह पुंदिर, शाबाझ खान, ब्रिज गोपाळ, मास्टर अयान और राखी सावंत इन उम्दा कलाकारों का समावेश है। अंजली पांडे और तन्वी टंडन  इन दो नवोदित कलाकारों का भी इस फिल्म में परिचय किया गया है। मुददा ३७० जे एंड के का म्यूजिक कंपोज्ड किया है सईद अहमद, साहिल मुल्ती खान और राहुल भट्ट ने , जबकि गीतों के इन भावपूर्ण गीतों के बोल निसारअख्तर, सीमा भट्ट और शाहिद अंजुमन ने  लिखे है। और इन गीतों को गाया है ज्येष्ठ गायिका आशा भोसले, शान, पलक मुंचाल, असीस कौर, शाहिद माल्या, मुद्दसर अली, अविक दोजन चटर्जी ने।

यह फिल्म १३ दिसंबर २०१९ को सिनेमाघरों मे प्रदर्शित होगी।

Thursday, 12 December 2019

हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे और युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने अपने व्यस्त कार्यकाल से अपना अमूल्य वक्त निकालकर उन डॉक्टरों के पैनल का सम्मान किया और व्यक्तिगत रूप से उनका धन्यवाद किया जिन्होंने  भारत की शान स्वरकोकिला लता मंगेशकर की बहुत देखभाल की और उनका इलाज किया। इस पैनल में डॉ. प्रीति समदानी, डॉ. निशित शाह, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ.जनार्दन निंबोलकर शामिल है। लताजी के घर वापस आने कि ख़ुशी मे पुरी टीम  ने उनके प्रति अपना आभार व्यक्त किया।

Shamir Tandon's Main Jaanta Hoon is simply soul-stirring: Emraan Hashmi



Composer Shamir Tandon has churned out immortal hits and is known for his amazing sense of global music and selective and eclectic work. The latest actor who has confessed that he loves Shamir Tandon's  melodies is actor Emraan Hashmi.    When the actor heard Shamir's compositions for the  horror-thriller The Body, he  simply loved the songs. If you recall, it is the  immortal melodies that have always played a significant part of Emraan Hashmi's successful films. “I have a  soft corner for soulstirring songs. By  God's grace, most of my songs sear the soul. Main Janta Hoon from The Body by Shamir Tandon is one such haunting melody."

When Sunny Khanna, CEO, Emraan Hashmi Films, made Emraan hear the  Shamir Tandon track, he was floored. "I simply loved its nuances, the delicate melody and its meaningful lyrics of Main Jaanta Hoon. Even the other songs by Shamir are amazing,” averred  Emraan.

Shamir Tandon also has an eye to identify talent and this on the reccomendation of his friend Vishal Dadlani,  has taken Sunny Hindustani from Indian Idol Rom Rom. Main Jaanta Hu has vocals by Jubin Nautiyal while Maine Socha Na Ho Itna Pyar Karo is sung by Sreya Ghoshal.

The Body, a Viacom film, stars Emraan Hashmi, Rishi Kapoor and Sobhita Dhulipalia in lead roles and is produced by Sunir Khetrapal, with songs released by T-Series. 

Wednesday, 11 December 2019

अमिताभ बच्चन: प्रकृति जहाँ होगी वहीं हम होंगे... रूपकुमार राठोड के साथ मेरा आशीर्वाद सदैव है

अमिताभ बच्चन, वहीदा रहमान, माइक पांडे, सुनील शेट्टी, अनिल कुंबले, शंकर महादेवन, हरिहरन सहित अन्य नामचीन हस्तियों ने भी रूपकुमार राठोड की फोटो बुक 'वाइल्ड वॉयज' को दिया समर्थन



भायकला में नाइन फिश आर्ट गैलरी आयोजित मेराकी के पूर्वावलोकन जो की एक समूह फोटोग्राफी प्रदर्शनी है, यहाँ ज्येष्ठ गायक  रूपकुमार राठोड ने अपनी कॉफी टेबल फोटोबूक, 'वाइल्ड वॉयज' को लॉन्च किया। रचनात्मक गतिविधियों में प्रकृति के संगीत से प्रेरित, वाइल्ड वॉयज एक मौलिक लय है और शांति के साथ बहता है। यह लहरों से प्रभावित, समुद्र की गहराई में जाने की एक यात्रा है, जो अपने साथ लाए जाने वाले शांत अराजकता पर कब्जा करने से ठीक पहले के क्षण को महसूस करवाता है।


दिग्गज गायक-संगीत निर्देशक और अब एक लेखक रूप में उभरने वाले रूपकुमार राठोड को लगता है कि यह उनके जुनून के बारे में है,  एक वन प्रेमी और एक वन्यजीव उत्साही होने के नाते, वह जंगल-वाई जंगल और पेड़ों के माध्यम से फुसफुसाती हवाओं से प्यार करते है जो उनकी कहानी बताते हैं। “कभी-कभी, हमें सिर्फ सुनने की ज़रूरत है! जंगल अपने परिवेश के रहस्यों को खोजते हुए तीर्थ तक पहुंचाता है। यह मेरा ध्यानस्थ स्थान है। पृथ्वी के पास उन लोगों के लिए जादू है जो इसे मानते हैं! ”, उन्होंने कहा,“ मैंने अपने कैनवास को ऐसे क्षणों से भर दिया है, जो भावनिय है, कमजोर है और में अनियंत्रित महसूस करता हू। यहाँ मैं एक खुले दिल के साथ किनारे पर कदम रख रहा हूँ और यह मेरी वन यात्रा है ।"


उसके अलावा कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने, प्रशंसापत्र पढ़ा, "बहुत सारे शोध से पता चला है कि हम शहर में घरों या इमारतों में रहते हैं, फिर भी हम दिल से गुफाओं में रहते हैं। हमारे दिमाग में बुनियादी वायरिंग और कैसे हम बातचीत करते हैं हजारों साल पहले की तरह ही हैं। प्रकृति वह है जहाँ हम अभी भी हैं। यही कारण है कि हम सभी जंगल में टहलने का आनंद लेते हैं, सितारों को देखते हैं, सूर्यास्त देखते हैं, समुद्र तट पर टहलते हैं, या शिविर में जाते हैं। राठोडजीं को उनके इस भव्य फोटोग्राफी द्वारा उनका अनुभव हमसे साझा करने के लिए मैं उनका आभार प्रकट करता हूँ। मेरा आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहेगा। फोटोग्राफी के लिए उनका प्यार हमेशा उनके लिए खुशी और सफलता लेकर आये यह उम्मीद करता हूँ। ”

वरिष्ठ अभिनेत्री वहीदा रहमान, जो कि मेराकी में सह-श्रोता भी हैं, उन्होंने कहा," रूपकुमार राठौर एक बहुत प्रसिद्ध गायक और संगीत निर्देशक हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि वह एक बेहतरीन फोटोग्राफर भी हैं। और वह इस क्षेत्र में बेहतरीन काम करहे है। "

रेगिस्तान में जादुई क्षणों का आनंद लेना और इस समय खुशी व्यक्त करने वाले, फिल्म निर्माता और वन्यजीव कार्यकर्ता माइक पांडे ने कहा, "रूप की अनोखी दृष्टि प्रकृति की रहस्यमय दुनिया का एक और दरवाजा खोलती है। रेगिस्तान में विशेष क्षण, एक ही अलौकिक जादू की रोशनी में नहाए हुए और आश्चर्यजनक चित्र  सही समय पर कैमरों में कैद किया है । यह वास्तव में सब्र का काम है, बहुत सावधानी से तैयार किया गया और शानदार तरीके से इसका प्रदर्शन किया गया है। उनके वाइल्ड वॉयज ने मुझे एक अलग दुनिया में छोड़ दिया। प्रकृति को ऐसे बहुत से रूपकुमार की आवश्यकता है! "

सुनील शेट्टी ने कहा, "रूप, जो एक संगीत प्रतिभा, एक महान गायक, एक जादुई फोटोग्राफर और हमेशा के लिए दोस्त है। वे जहां भी प्रवेश करते हैं, हमेशा प्रेरणा और असाधारण प्रकाश के साथ हर कमरे को रोशन करते हैं, उनकी  संक्रामक ऊर्जा साथ। एक कलाकार के रूप में, हर नए साँचे में ढले और अपनी नई कृतियों की खोज करते रहें ऐसी आशा करता हूँ। "

पद्मश्री सन्मानित क्रिकेटर अनिल कुंबले का कहना है कि रूपकुमार राठौड संगीत के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम है। कई लोग वन्यजीवों पर फोटोग्राफी के उनके जुनून से अनजान हैं। “यह पुस्तक जानवरों के प्रति उनके प्रेम का प्रमाण है; एक मोहक संग्रह, उत्कृष्ट कॅप्चर के साथ परिपूर्ण ऐसे है जो हमें प्रकृति के जादुई जग में यात्रा करता है। हम रूपकुमार के संगीत के बारे में वाकिफ थे, और अब यह किताब उनकी  कलात्मक दृष्टि का एक सुंदर प्रमाण है।

प्रसिद्ध गायक शंकर महादेवन का मानना है कि फोटोग्राफी अपने आप में एक अलौकिक कला है, खासकर जब इसमें किसी के संगीत और संवेदनशीलता की बात आती है। उनके अनुसार, पूरी तस्वीर बदल जाती है और इसमें रूपकुमार राठोड की प्रतिभा है। “हमारे देश में बहुत कम संगीतकार हैं जिनके पास भारतीय शास्त्रीय संगीत के अतिरिक्त गहराई और ज्ञान है और वे आसानी से संगीत की किसी भी शैली को अपना सकते हैं, रूप भाई उनमें से एक हैं। यह सरलता और ज्ञान उनकी वन्यजीव तस्वीरों में बदल जाता है। हर तस्वीर एक गाने की तरह दिखती है और हर पल अपने आप में मनमोहक प्रतीत होते है। वे कई वर्षों से वन्यजीवों के बारे में उत्साहित है, और संगीत और जंगल के लिए उनका जुनून समान स्तर पर है!"

हरिहरन, भारतीय संगीत में एक निष्ठावंत कलाकारऔर रूप कुमार राठोड के परम प्रिय मित्र है। वे १९८० से एक-दूसरे को जानते हैं। हरिहरन कहते हैं कि एक प्रतिभाशाली गायक-संगीतकार होने के अलावा, रूप कुमार राठोड  तबला नवाज़ भी हैं। "वह एक जन्मजात कलाकार है, और अब कलाकार दूसरे क्षेत्र की ओर रुख कर रहा है। मैंने अपने आसपास के जंगल में संगीत वाद्ययंत्र रचना को महसूस किया है। जंगली जानवर ने धारण किया मधुर रूप और उस दौरान आसपास के मौहोल मैं बांधना, जब समय सही होता है, तो अद्भुत तस्वीरें कैमरे में कैद हो जाती हैं और उन्हें सही समय पर क्लिक किया है।", यह उन्होंने कहा।

प्रसिद्ध बैरियाट्रिक सर्जन मुफ़ज़ल लकड़ावाला कहते हैं, "वाइल्ड वॉयज में फ़ोटोग्राफ़ी आश्चर्यजनक रूप से वन्यजीवों  के तरफ मोहित करती है। रूपकुमार राठौड़ को इस कला के तरफ रुझान करवाने में उनकी एक छोटी भूमिका थी, " शैली, हस्ताक्षर विवरण और प्राकृतिक सुंदरता के लिए आगे एक अलग दृष्टिकोण लाया गया है। मैं निश्चित रूप से सभी से एक पुस्तिका कॉपी लेने का आग्रह करूंगा! "

इन गणमान्य व्यक्तियों के अलावा, राजस्थान के उदयपुर के महाराजा शक्ति सिंह मेवाड के पसंदीदा वन्यजीव फोटोग्राफर सुधीर शिवराम और लतिका नाथ, अभिनेता-राजनेता बीना काक, लोकमत समूह के विजय दर्डा, डॉ .जमुना पाई ने भी रूपकुमार राठौड़ की जंगली यात्रा का समर्थन दीया।

वाइल्ड व्हॉएज जैसे अन्य वन्यजीवन फोटोग्राफी को और शक्ती प्राप्त हो।

Tuesday, 10 December 2019

देवांश बड़जात्या और नंदिनी भट्टड के शादी का ग्रँड रिसेप्शन !

जाने माने फिल्म निर्माता सूरज आर बड़जात्या के बड़े सुपुत्रदेवांश एस बड़जात्या और नंदिनी भट्टड़ विवाह बंधन में बंधे। इस शादी में पुरा  बड़जात्या परिवार और करीबी दोस्त मौजूद थे।
राजश्री प्रॉडक्शन्स प्रा.लिमिटेड के बड़जात्या परिवार ने देवांश और नंदिनी के इस भव्य रिसेप्शन में शरिक हुए फिल्म इंडस्ट्री एवं व्यापारी जगत से जुडें मेहमानो का स्वागत किया 
देवांश राजश्री प्रॉडक्शन के प्रतिष्ठित टेलीविजन और फिक्शन डिजिटल विभाग के प्रमुख पद पर है। प्रख्यात राजश्री प्रॉडक्शन्स (पीलिमिटेड की स्थापना १९४७ में हुई थी। तब से लेकर अब तक कई सुपरहिट्स फ़िल्में इस प्रॉडक्शन हाऊस ने दी हैं। जिनमे उपहारनदिया के पारमैने प्यार कियाहम आपके है कौनविवाह और  प्रेम रतन धन पायो जैसी अविस्मरणीय फिमों का समावेश है।